इस पोस्ट में झारखण्ड बोर्ड कक्षा 10 के सामाजिक विज्ञान राजनितीक शास्त्र के पाठ छ: ‘राजनीतिक दल (Rajnitik dal class 10 notes)’ के Book solutions को पढ़ेंगे।
पाठ 6
राजनीतिक दल
1. लोकतंत्र में राजनीतिक दलों की विभिन्न भूमिकाओं की चर्चा करें।
उत्तर- एक लोकतंत्र राज्य में राजनीतिक दल अनेक प्रकार के कार्य करते हैं, इनमें मुख्य कार्य निम्नलिखित है।
- जनता तथा सरकार के बीच कड़ी:- राजनीतिक दल जनता तथा सरकार के बीच कड़ी का काम करते हैं। वे जनता की आवश्यकताओं तथा शिकायतों को सरकार के सामने रखते हैं। और सरकार की नीतियों का जनता में प्रचार करते हैं।
- सरकार का निर्माण करना:- चुनाव में जिस राजनीतिक दल को विधानमंडल में बहुमत प्राप्त हो जाता है, वह दल सरकार का गठन करता है। और देश का शासन चलाता है।
- जनमत का निर्माण करना:- राजनीतिक दल देश की समस्याओं को स्पष्ट करके जनता के सामने रखते हैं। जिसे जनमत के निर्माण में सहायता मिलती है।
- विधानमंडल में अनुशासन:- राजनितिक दल विधानमंडल में अपने सदस्यों को अनुशासन में रखने का कार्य करते हैं।
- नागरिकों को राजनीतिक शिक्षा देना:- प्रत्येक राजनीतिक दल देश की समस्याओं तथा उनके समाधान के बारे में अपनी नीति तैयार करता है, जिसका जनता में प्रचार किया जाता है। इससे नागरिकों को राजनीतिक शिक्षा मिलती है।
2. राजनीतिक दलों के सामने क्या चुनौतियाँ हैं ?
उत्तर- राजनीतिक दलों के सामने निम्नलिखित प्रकार की चुनौतियाँ है।
भारत में संसदीय लोकतंत्र पिछले लगभग 70 वर्षों से कार्य कर रहा है, परंतु देश की दलीय प्रणाली ने अभी कोई स्पष्ट एवं ठोस रूप धारण नहीं किया है। भारत की दलीय व्यवस्था निम्नलिखित चुनौतियों का सामना कर रही है।
Rajnitik dal class 10 notes
- राजनीतिक नैतिकता:- राजनीतिक दलों के पास सुदृढ़ संगठन ना होने के कारण राजनीतिक नैतिकता पाई जाती है। दलबदल इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है। दलबदल सैद्धांतिक कम तथा अवसरवादी अधिक रहा है। हालांकि दलबदल निषेध कानून बन चुका है, लेकिन इसमें अनेक कमियाँ है जिसके कारण दलबदल पूर्ण तथा समाप्त नहीं हो पाया है।
- संगठनात्मक समस्या राजनीतिक दल संगठनात्मक समस्या से जूझ रहे हैं। राजनीतिक दल कैंडल पर आधारित दलों के रूप में विकसित नहीं हो पाए हैं। भाजपा व कम्युनिस्ट पार्टियां अवश्य अपवाद है, अन्यथा सभी दल चुनाव के समय संगठन में कार्यकर्ताओं की भर्ती शुरू करते हैं। जिसमें बिग अस सदस्यता का विशेष महत्व रहता है। इस संगठन के अभाव में ही राजनीतिक दल सुदृढ़ नहीं हो पाते हैं।
- जातिवाद व सांप्रदायिकता की बाध्यता:- राजनीतिक दलों को चुनाव में जीतने के लिए जातिवादी वह सांप्रदायिक तत्वों से समझौते करने पड़ते हैं। राजनीतिक दल ही जातिवाद व सांप्रदायिकता के लिए प्रमुख रूप से दोषी है। राजनीतिक दल इच्छा रखते हुए भी इन तत्वों से छुटकारा पाने में असमर्थ हो चुके हैं।
- विपक्षी दलों में एकता का अभाव:- विपक्षी दलों में एकता का पूर्ण रूप से अभाव होता है। जिसके परिणाम स्वरूप हुए सरकार को मनमानी करने से नहीं रोक सकते।
- नेतृत्व का संकट:- राजनीतिक दलों में नेतृत्व का संकट पाया जाता है। जिसके अंतर्गत राजनीतिक दलों के पास स्थानापन्न नेतृत्व और नेतृत्व की दूसरी लाइन का पूर्ण अभाव है। कांग्रेस के पास गाँधी परिवार भारतीय जनता पार्टी के पास नरेंद्र मोदी तथा अमित शाह बहुजन समाज पार्टी के पास मायावती समाजवादी पार्टी के पास अखिलेश यादव (I.D.M.K) के पास पलनी स्वामी तथा राष्ट्रीय जनता दल के पास लालू प्रसाद यादव तथा आम आदमी पार्टी के पास अरविंद केजरीवाल के अतिरिक्त नेतृत्व नहीं पाया जाता है।
3. राजनीतिक दल अपना कामकाज बेहतर ढंग से करें, इसके लिए उन्हें मज़बूत बनाने के कुछ सुझाव दें।
उत्तर- भारत की दलीय प्रणाली की समस्याओं अथवा कमजोरियों को कम करने के लिए निम्नलिखित सुझाव दिए जा सकते हैं।
- चुनाव में केवल उन राजनीतिक दलों को ही भाग लेने की आज्ञा होनी चाहिए जिन्हें चुनाव आयोग द्वारा मान्यता प्राप्त हो।
- राजनीतिक दलों के संविधान में यह व्यवस्था होनी चाहिए कि एक व्यक्ति अधिक से अधिक कितने समय तक दल के किसी पद पर सुशोभित रह सकता है। ऐसी व्यवस्था करने से दल में किसी विशेष व्यक्तित्व की महानता नहीं रह सकेगी।
- एक राजनीतिक दल के निर्माण के लिए सदस्यों की कम से कम संख्या निश्चित कर देनी चाहिए। ताकि कुछ थोड़े से व्यक्ति इकट्ठे होकर राजनीतिक दल की स्थापना कर सकें, के कानून के दोषों को दूर करने के लिए ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए। जिसके परिणाम स्वरूप किसी भी रूप में दल परिवर्तन की संभावना चुनाव में जो अत्यधिक व्यय किया जाता है, उससे संबंधित जो कानूनी प्रतिबंध विधा विद्वान है उन्हें कठोर रूप से लागू करना अनिवार्य है।
4. राजनीतिक दल का क्या अर्थ होता है?
उत्तर- राजनीतिक दल व्यक्तियों का एक ऐसा संगठित समूह होता है जो देश की राजनीतिक तथा आर्थिक समस्याओं के बारे में समान विचार रखते हैं। और जो संविधानिक उपाय अर्थात चुनाव द्वारा सरकार पर नियंत्रण करने का प्रयत्न करते रहते हैं। गिलक्रिस्ट के अनुसार राजनीतिक दल उन नागरिकों का एक संगठित समूह है, जिनके राजनीतिक विचार एक से होते हैं। जो एक राजनीतिक इकाई की तरह कार्य करके सरकार पर नियंत्रण करने की चेष्टा करते हैं।
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5. किसी भी राजनीतिक दल के क्या गुण होते हैं?
उत्तर- एक राजनीतिक दल की मुख्य विशेषताएँ निम्नलिखित होती है।
- शांतिपूर्ण तथा संवैधानिक उपायों में विश्वास:- राजनीतिक दल का आवश्यक तत्व यह भी है कि उसके सदस्य अपने उद्देश्य की प्राप्ति के लिए शांतिपूर्ण तथा संवैधानिक उपायों में विश्वास रखते हुए मतदान के द्वारा ही बहुमत प्राप्त करके सरकार पर अपना अधिकार जमाने का प्रयत्न करते हैं। इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए उनके द्वारा कभी भी क्रांतिया सैनिक शक्ति का प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए। चुनाव में यदि उन्हें उस समय तक विरोधी दल के रूप में शांतिपूर्ण ढ़ंग से कार्य करना चाहिए जब तक कि दोबारा चुनाव ना हो। और उन्हें मतदान के द्वारा सरकार की सत्ता को अपने हाथों में लेने के अवसर प्राप्त ना हो।
- संगठन:- राजनीतिक दल के निर्माण के लिए पहला आवश्यक तत्व संगठन है। एक जैसी विचारधारा रखने वाले व्यक्तियों के समुदाय के लिए यह आवश्यक है कि वह पूर्ण रूप से संगठित हों। क्योंकि इसके बिना एक राजनीतिक दल का रूप धारण नहीं कर सकते, इसके अतिरिक्त उनके संगठन को स्थिर रखने के लिए यह भी आवश्यक है कि उनका अपना एक विधान हो उसमें अनुशासन को बनाए रखने के लिए निश्चित नियमों का पालन करने के लिए वे सभी व्यक्ति बाध्य हों।
- राजनीतिक दल का आधार:- राजनीतिक दल का आधार धर्म, जाति, भाषा या क्षेत्र भी हो सकता है। परंतु राजनीतिक शास्त्र के अनुसार राजनीतिक दल का आधार आर्थिक और राजनीतिक सिद्धांत ही होने चाहिए। जो दल धर्म, भाषा, जाति पर आधारित होते हैं वे राष्ट्रीय एकता के लिए बहुत अधिक कारक सिद्ध हो सकते हैं। आर्थिक और राजनीतिक सिद्धांतों पर आधारित राजनीतिक दल देश के विकास में महान योगदान दे सकते हैं।
- मौलिक सिद्धांतों पर समझौता:- राजनीतिक दल के निर्माण के लिए दूसरा आवश्यक तत्व सदस्यों में मौलिक सिद्धांतों पर समझौता है। केवल उन्हीं व्यक्तियों द्वारा एक राजनीतिक दल का निर्माण किया जा सकता है जिनके राजनीतिक विचार एक समान हो। क्योंकि इनके अभाव में उनमें एकता की भावना उत्पन्न नहीं हो सकती जो राजनीतिक दल के कार्य को चलाने के लिए अति आवश्यक है। उन व्यक्तियों में विस्तृत तथा आवश्यक बातों पर मतभेद हो सकता है। परंतु मौलिक सिद्धांतों पर उनका एक मत होना आवश्यक है।
6. चुनाव लड़ने और सरकार में सत्ता सँभालने के लिए एकजुट हुए लोगों के समूह को ………………………… कहते हैं।
उत्तर- राजनीतिक दल।
7. पहली सूची [संगठन / दल ] और दूसरी सूची (गठबंधन /मोर्चा) के नामों का मिलान करें और नीचे दिए गए कूट नामों के आधार पर सही उत्तर ढूँढें :
उत्तर- ग ग क घ ख
8. इनमें से कौन बहुजन समाज पार्टी का संस्थापक है?
(क) कांशीराम
(ख) साहू महाराज
(ग) बी. आर. आंबेडकर
(घ) ज्योतिबा फुले
उत्तर- कांशी राम।
Rajnitik dal class 10 notes
9. भारतीय जनता पार्टी का मुख्य प्रेरक सिद्धांत क्या है ?
(अ) बहुजन समाज
(ब) क्रांतिकारी लोकतंत्र
(स) समग्र मानवतावाद
(द) आधुनिकता
उत्तर- आधुनिकता।
10. पार्टियों के बारे में निम्नलिखित कथनों पर गौर करें :
(अ) राजनीतिक दलों पर लोगों का ज्यादा भरोसा नहीं है।
(ब) दलों में अक्सर बड़े नेताओं के घोटालों की गूँज सुनाई देती है।
(स) सरकार चलाने के लिए पार्टियों का होना ज़रूरी नहीं ।
इन कथनों में से कौन सही है?
(क) अ, ब और स (ख) अ और ब (ग) ब और स (घ) अ और स
उत्तर- अ और ब
11. निम्नलिखित उद्धरण को पढ़ें और नीचे दिए गए प्रश्नों का जवाब दें :
मोहम्मद यूनुस बांग्लादेश के प्रसिद्ध अर्थशास्त्री हैं। गरीबों के आर्थिक और सामाजिक विकास के प्रयासों के लिए उन्हें अनेक अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार मिले हैं। उन्हें और उनके द्वारा स्थापित ग्रामीण बैंकको संयुक्त रूप से वर्ष 2006 का नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया। फ़रवरी 2007 में उन्होंने एक राजनीतिक दल बनाने और संसदीय चुनाव लड़ने का फ़ैसला किया। उनका उद्देश्य सही नेतृत्व को उभारना, अच्छा शासन देना और नए बांग्लादेश का निर्माण करना है। उन्हें लगता है कि पारंपरिक दलों से अलग एक नए राजनीतिक दल से ही नई राजनीतिक संस्कृति पैदा हो सकती है। उनका दल निचले स्तर से लेकर ऊपर तक लोकतांत्रिक होगा।
Rajnitik dal class 10 notes
नागरिक शक्ति नामक इस नये दल के गठन से बांग्लादेश में हलचल मच गई है। उनके फ़ैसले को काफ़ी लोगों ने पसंद किया तो अनेक को यह अच्छा नहीं लगा। एक सरकारी अधिकारी शाहेदुल इस्लाम ने कहा, “मुझे लगता है कि अब बांग्लादेश में अच्छे और बुरे के बीच चुनाव करना संभव हो गया है। अब एक अच्छी सरकार की उम्मीद की जा सकती है। यह सरकार न केवल भ्रष्टाचार से दूर रहेगी बल्कि भ्रष्टाचार और काले धन की समाप्ति को भी अपनी प्राथमिकता बनाएगी । “
उत्तर- (i) हाँ मैं सभी प्रगतिशील लोकतांत्रिक जनता की भलाई के लिए किए गए उन लोगों के बयानों और उन देशों से सहमत हूँ जो किसी न किसी रूप में यूनुस के कार्यक्रम से सहमत हैं।
- हाँ मेरे विचार से मुहम्मद युनूस ने बांग्लादेश में एक नई राजनीतिक पार्टी बनाकर ठीक किया है।
- स्वाभाविक रूप से नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस द्वारा बांग्लादेश में नए राजनीतिक दल की स्थापना करना। वहाँ पर वर्षों से कार्यरत राजनीतिक दलों जो देश की राजनीति में अपना प्रभाव बनाए हुए थे, पसंद नहीं था। उनको यह डर था कि कहीं नया राजनीतिक दल देश की राजनीति पर अपना प्रभुत्व बना ले। जिससे अन्य दलों का राजनीतिक शक्ति पर नियंत्रण कम हो जाएगा। लोकतंत्र में जनता उसी राजनीतिक दल का समर्थन करती है जिसके नेता ईमानदार निस्वार्थी तथा समाजसेवी होते हैं। जो जनता की भलाई के कार्य करने में लगे रहते हैं राजनीतिक दल की स्थापना एक ऐसे व्यक्ति के द्वारा की जा रही है। जो अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कर चुका है और जो सामाजिक तथा आर्थिक दृष्टि से पिछड़े वर्ग के लोगों की भलाई के लिए प्रयत्नशील है और जिसे ग्रामीण बैंक का भी समर्थन मिल रहा है। यह यकीन के साथ कहा जा सकता है कि साधारण जनता भी ऐसे राजनीतिक दल का समर्थन करेगी।
- चौथा यदि मैं इस दल के स्थापकों में से एक होता तो मैं लोगों को यह विश्वास दिलाने का प्रयत्न करता कि दल का उद्देश्य उनकी भलाई करना ही है अतः वे उसका समर्थन करें।
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