इस पोस्ट में हमलोग बिहार बोर्ड कक्षा 9 हिंदी पद्य भाग के पाठ सात ‘पुरा हिंदुस्तान मिलेगा’ (Pura Hindustan Milega Kavita) के अर्थ को पढ़ेंगे।
पूरा हिंदुस्तान मिलेगा
पाठ -7
लेखक परिचय
केदारनाथ अग्रवाल
जन्म :- केदारनाथ अग्रवाल का जन्म उत्तर प्रदेश के बाँदा जिले के कमासीन गाँव में 1991 ई. में हुआ था।
निधन :- सन् 2000 ई. में हुआ।
शिक्षा :- इनकी शिक्षा इलाहबाद ( प्रयागराज ) और आगरा विश्वविद्यालय में हुई। वे पेशे से वकील थे और जीवन भार अपने शहर बाँदा में वकालत करते रहे।
प्रमुख काव्य कृतिया :- ‘युग की गंगा ’, ‘नींद के बादल ‘, ‘लोक और आलोक ’, ‘फूल नहीं रंग बोलते हैं ’, ‘ आग का आईना ’, ‘पँख और पग्वार ’, ‘हे मेरी, तुम, ‘मार प्यार की थापे ‘, ‘कहे केदार खरी खरी ’ आदि।
पुरस्कार :- इन्हे सोवियत लैंड नेहरू पुरस्कार और साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
विशेष :- केदारनाथ अग्रवाल प्रगतिवादी धारा के प्रमुख कवि माने जाते हैं।
19. पूरा हिंदुस्तान मिलेगा
श्लोक -1
इसी जन्म में,
इस जीवन में
हमको तुमको मान मिलेगा ।
गीतों की खेती करने को,
पूरा हिंदुस्तान मिलेगा ||
भावार्थ :-
प्रस्तुत पंक्तियाँ प्रगतिवादी धारा के प्रमुख कवि केदारनाथ अग्रवाल के द्वारा लिखित कविता “पूरा हिंदुस्तान मिलेगा” शीर्षक पाठ से ली गई है।
इस कविता का पंक्तियों के माध्यम से कभी हिंदुस्तान के जनता को समझाते हुए कहते हैं। कि हिंदुस्तान के प्यारे लोगों तुम स्वयं पर विश्वास रखो तुमको भी एक दिन वह सारे सम्मान मिलेंगे, जो दूसरे देशों के जनता को मिलती है। जब वह सभी चीजें लोगों को मिलते लगेंगे तो, सभी लोग खुशी से गाना – गाने लगेंगे। पूरा हिंदुस्तान उस दिन आनंद से झूम उठेगा। Pura Hindustan Milega Kavita
श्लोक –2
‘क्लेश जहाँ है,
फूल खिलेगा,
हमको तुमको त्रान मिलेगा ।
फूलों की खेती करने को.
पूरा हिंदुस्तान मिलेगा ॥
भावार्थ :-
प्रस्तुत पंक्तियाँ प्रगतिवादी धारा के प्रमुख कवि केदारनाथ अग्रवाल के द्वारा लिखित कविता “पूरा हिंदुस्तान मिलेगा” शीर्षक पाठ से ली गई है।
इस कविता के पंक्तियों के माध्यम से कवि हिंदुस्तान के जनता को समझाते हुए कहते हैं। कि हे हिंदुस्तान के प्यारे जनता लोग तुम अपने आप पर भरोसा रखो। क्योंकि हमारे देश में भी जहां ईर्ष्या तथा दुख है वहां पर आनंद का फूल खिलेगा। हम सभी लोगों को इज्जत और सम्मान मिलेगा। हम लोगों को सभी अपने हिंदुस्तान में अपने मन चाहे कुछ भी करने का स्वतंत्रता मिलेगा। यहाँ भी सभी को आनंद मनाने का अवसर प्राप्त होगा।
श्लोक -3
दीप बुझे हैं,
जिन आँखों के,
इन आँखों को ज्ञान मिलेगा ।
विद्या की खेती करने को,
पूरा हिंदुस्तान मिलेगा ॥
भावार्थ :-
प्रस्तुत पंक्तियाँ प्रगतिवादी धारा के प्रमुख कवि केदारनाथ अग्रवाल के द्वारा लिखित कविता “पूरा हिंदुस्तान मिलेगा” शीर्षक पाठ से ली गई है।
इस कविता का पंक्तियों के माध्यम से कवि हिंदुस्तान के जनता को समझाते हुए कहते हैं। कि हिंदुस्तान के प्यारे जनता लोग तुम खुद पर भरोसा रखो। क्योंकि आजादी मिलने के बाद देश के सभी परिदृश्य बदल जाएगा जिन आँखों के दीपक बुझे हुए हैं। अर्थात जिन्हें अपने दायित्व का समुचित ज्ञान नहीं है। उन्हें दायित्व के प्रति जागरूक किया जाएगा। वे शिक्षा प्राप्त करे अनुचित कार्यों का विरोध करेंगे। इसके लिए शिक्षा का प्रचार-प्रसार होगा। कवि के कहने का भाव यह है कि सारे देश में ज्ञान-विज्ञान का ऐसा विकास होगा कि जनता की दशा स्वता सुखमय में हो जाएगी।
मैं कहता हूँ,
फिर कहता हूँ,
हमको तुमको प्रान मिलेगा !
मोरों-सा नर्तन करने को,
पूरा हिंदुस्तान मिलेगा ।।
भावार्थ :-
प्रस्तुत पंक्तियाँ प्रगतिवादी धारा के प्रमुख कवि केदारनाथ अग्रवाल के द्वारा लिखित कविता “पूरा हिंदुस्तान मिलेगा” शीर्षक पाठ से ली गई है।
इस कविता के पंक्तियों के माध्यम से कभी हिंदुस्तान के जनता को समझाते हुए कहते हैं। कि हे हिंदुस्तान के प्यारे लोगो तुम अपने हिम्मत से कार्य करो तुम, अपने संघर्ष का ध्यान दो, क्योंकि मेरे इस संघर्ष के कारण हम लोगों को एक ना एक दिन आजादी मिल ही जाएगी। जिस दिन मेरा देश स्वतंत्र होगा उसी दिन से हम लोगों को भी चैन से साँस लेने की मौका मिलेगी। उसी दिन हम लोगों के प्राण में प्राण आएँगे उस वक्त हम लोग मोर के नृत्य अर्थात जिस प्रकार आनंद होकर मोर मधुर – मधुर नृत्य करता है। उसी प्रकार हम लोग भी आनंद के वजह से नृत्य करने लगेंगे। Pura Hindustan Milega Kavita
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